
परमेश्वर द्वारा अचम्भित
तीस वर्षों से अधिक समय के लिए, जॉन पाइपर ने मिनियापोलिस नामक नगर की कठिन परिस्थितियों में, अपने लोगों के जीवन के उतार चड़ाव के मध्य प्रत्येक रविवार को प्रचार करते हुए पास्टरीय सेवकाई की है। जब समय आया कि वे अपनी अन्तिम प्रचार श्रंृखला में अपने वर्षों के आनन्द का बखान करें, तो उन्होंने दस मौलिक सत्यों को चुना जिससे कि ये सत्य उनके लोगों के कानों में गूँजते रहें।
यह दस सत्य जगत को हिला देने वाले सत्य हैं-और इनमें से प्रत्येक स्वयं ही एक भिन्न रीति से हमें अचम्भित करता है। सर्वप्रथम इन सत्यों ने पाइपर के जगत को उलट-पलट कर रख दिया, तत्पश्चात उनकी कलीसिया के जीवन को भी उलट-पलट कर दिया। और यह सम्पूर्ण जगत को उलट-पलट करते रहेंगे जैसे-जैसे ख्रीष्ट के सुसमाचार की वृद्धि होती जाएगी। जैसा की पाइपर लिखते हैं, यह अचम्भित करने वाले सिद्धान्त ऐसे हैं जिन्हें, “अत्यन्त अनियन्त्रित, विस्फोटकीय अदम्य और विद्युतीय भविष्य-निर्माणात्मक हैं।”
आइए एक परिपक्व लेखक, पास्टर और सम्मानीय ख्रीष्टीय व्यक्ति के साथ जुड़ें जब वह दस अचम्भित करने वाले, करुणामय, जीवन दायक, आनन्दित करने वाले तथा विश्वास को बनाए रखने वाले सत्यों का बखान करते हैं।