क्या प्रार्थना बातों को बदलती है?

अति महत्वपूर्ण प्रश्न
लेखक: आर.सी. स्प्रोल

जब एक मसीही प्रार्थना करता है तो क्या इससे कोई अंतर पड़ता है? क्या यह कुछ बदलती है? यद्यपि हमारी प्रार्थनाएँ परमेश्वर के मन को नहीं बदलती हैं, वह अपनी इच्छा को पूरी करने के लिए प्रार्थना को एक साधन के रूप में नियुक्त करता है। हम भरोसा रख सकते हैं कि प्रार्थना बातों को बदलती है-जिसमें हमारा स्वयं का हृदय भी सम्मिलित है।

क्या प्रार्थना में सामर्थ्य है?

डॉ. आर.सी. स्प्रोल द्वारा लिखी गई यह अति महत्वपूर्ण प्रश्न पुस्तिका श्रृंखला, मसीहियों और विचारशील जिज्ञासुओं द्वारा प्राय: पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर प्रस्तुत करती है।

पुस्तक को साझा करें

“प्रार्थना करो कि तुम परीक्षा में न पड़ो।”