क्योंकि उसने एक ही बलिदान के द्वारा उनको जो पवित्र किए जाते हैं, सदा के लिए सिद्ध कर दिया है। (इब्रानियों 10:14)
यह पद हमारे जैसे असिद्ध पापियों के लिए प्रोत्साहन से भरा हुआ है, और पवित्रता में बढ़ने के लिए प्रेरणा से भरा हुआ है।
इसका अर्थ यह है कि आपके पास यह निश्चयता हो सकती है कि आप स्वर्ग में विराजमान अपने पिता की दृष्टि में सिद्ध और पूर्ण हो चुके हैं, इसलिए नहीं कि आप अभी सिद्ध हैं, परन्तु ठीक इसलिए क्योंकि आप अभी सिद्ध नहीं हैं किन्तु “शुद्ध किए जा रहे हैं,” “पवित्र बनाए जा रहे हैं”— अर्थात्, परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं में विश्वास के द्वारा, आप अपने दीर्घ काल से बनी हुई असिद्धता से दूर होते हुए और अधिक पवित्रता की ओर बढ़ रहे हैं। इब्रानियों 10:14 का यही अर्थ है।
क्या आपका विश्वास आपको पाप त्यागने और पवित्रता में प्रगति करने के लिए उत्साहित करता है? यह उस प्रकार का विश्वास है जो असिद्धता के मध्य में ख्रीष्ट की ओर देख कर यह कह सकता है कि, “तूने मुझे अपनी दृष्टि में पहले ही सिद्ध कर दिया है।”
यह विश्वास कहता है, “ख्रीष्ट, आज मैंने पाप किया है। परन्तु मैं अपने पाप से घृणा करता हूँ। क्योंकि तू ने मेरे हृदय पर व्यवस्था लिखी है, और मैं उसको मानने की लालसा करता हूँ। और जो आपकी दृष्टि में प्रिय है, उसके अनुसार आप मुझ में कार्य करते हैं (इब्रानियों 13:21)। और इसलिए मैं उस पाप से घृणा करता हूँ जिसे मैं अभी भी करता हूँ; और मैं उन पापी विचारों से बैर रखता हूँ जिन पर मैं मनन करता हूँ।”
यही सच्चा और वास्तविक विश्वास है जो बचाता है। यही वह विश्वास है जो इन वचनों का रसास्वादन कर सकता है, “क्योंकि उसने एक ही बलिदान के द्वारा उनको जो पवित्र किए जाते हैं सदा के लिए सिद्ध कर दिया है।”
यह बलवान व्यक्ति की डींग नहीं है। यह एक निर्बल की पुकार है जिसे उद्धारकर्ता की आवश्यकता है।
मैं आपको आमन्त्रित करता हूँ, मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि इस प्रकार से ख्रीष्ट पर भरोसा करने के लिए अपने आपको पर्याप्त रूप से दीन करें।