बाइबल पर आधारित आशा

आपके पास ऐसा क्या है जो आपको दुख, बिमारी, सताव, निराशा के समय में भी जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है? ख्रीष्टियों के पास ऐसा क्या है जो उनको कठिन परिस्थितियों में भी बने रहने के लिए उत्साहित करती है? वह है आशा! जो संसार पर आधारित नहीं वरन बाइबल पर आधारित है। आइये ध्यान दें कि बाइबल पर आधारित आशा हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है!

बाइबलीय आशा यीशु में उद्धार की पूर्ण निश्चयता प्रदान करती है: बाइबल पर आधारित आशा को मनुष्य अपने स्वयं की कठिन मेहनत के आधार पर नहीं पा सकता है, वरन् यह केवल प्रभु यीशु ख्रीष्ट में विश्वास के माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है। यह आशा उस व्यक्ति को मिलती है जिसके अन्दर विश्वास होता है। वह यह विश्वास करता है कि प्रभु यीशु मसीह ही उद्धारकर्ता है। 

हम अनन्तकाल की आशा में जीवन जीते हैं, क्योंकि यीशु मसीह के माध्यम से हम स्वर्गीय स्थानों के अधिकार है। हम उन सभी बातों को अभी नहीं देख सकते हैं, लेकिन हम मसीह के साथ अभी भी राज्य कर रहें, परन्तु एक समय हम वास्तव में उनके साथ अनन्त काल तक होंगे। हम देखते हैं कि आरम्भिक कलीसिया में जब विश्वासी, सताव, दुख, पीड़ाओं के मध्य में से होकर जा रहे हैं ‘उस समय भी आनन्दित हैं क्योंकि उनके पास जीवित आशा है, जो उनसे कोई नहीं छीन सकता’ (1 पतरस 1:3-6)।  

बाइबलीय आशा हमें स्वर्गीय जीवन के लिए तैयार करती है: हम इस पृथ्वी पर हैं किन्तु हमारी वास्तविक नागरिकता स्वर्ग की है (फिलिप्पियों 3)। हमारा यहाँ कोई स्थायी नगर नहीं है, परन्तु हम उस नगर की खोज में हैं जो आने वाला है (इब्रानियों 13:14)। हम विश्वासी जो पहले अपराधों और पापों में मरे हुए थे। बाइबल उस आशा के विषय में बात करती है जो सौ प्रतिशत निश्चित है। बाइबल आशा शब्द का उपयोग उन बातों के लिए करती है जो अभी लोगों को दिखाई नहीं दे रही है, किन्तु यह निश्चित है। परमेश्वर जो हमें आशा देता है वह आशा सुनिश्चित है।विश्वास के द्वारा हम उन बातों को देखते हैं कि वे सत्य हैं और एक दिन हमें प्राप्त होंगी। 

हमारी आशा भी इन्हीं अनन्त काल की चीजों पर लगी हुई होती हैं। यह आशा हमारी आने वाले भविष्य के जीवन के लिए है जो यीशु के कारण हमें मिलेगी ही मिलेगी! क्योंकि वह परमेश्वर स्वयं ही हमारी आशा का स्रोत है। वह हम सभी को आशा प्रदान करता है। आशा का मुख्य केन्द्र प्रभु यीशु ख्रीष्ट ही है। उसी में हमारा भरोसा है, उसी पर हमारी अनन्तकालीन जीवन की आशा निर्भर हैं। विश्वासी नए आकाश और नई पृथ्वी के लिए आशा लगाए हुए हैं, जहाँ पर परमेश्वर का डेरा मनुष्यों के मध्य में होगा। हम उसके लोगो होंगे, वह हमारा परमेश्वर होगा। वहाँ पर वह हमारे सब आसुँओं को पोंछ डालेगा। वहाँ फिर कोई मृत्यु, शोक, विलाप और पीड़ा न होगी (प्रकाशितवाक्य 21:1-5)। 

इस आशा को सुनिश्चित करने के लिए यीशु ख्रीष्ट ने स्वयं को दे दिया। हमारे पापों के लिए बलिदान हो गया। उसने प्रतिज्ञा किया है कि जो उस पर विश्वास करेंगे, वे अनन्त जीवन पाएंगे। वे उसके पीछे चलेंगे और हमेशा तक परमेश्वर के साथ उसकी उपस्थिति में रहेंगे। इसलिए चाहे हमारे वर्तमान जीवन में कितनी भी कठिन परिस्थिति हो, स्मरण रखें बाइबल हमें आश्वासन देती है कि हमारा भविष्य यीशु के कारण अनन्त काल तक सुरक्षित और उत्तम है।

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नीरज मैथ्यू
नीरज मैथ्यू
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