
सत्य वचन कलीसिया में वचन की शिक्षा देने और प्रचार करने की सेवा में सम्मिलित हैं।


सृष्टिकर्ता परमेश्वर की आराधना करो।

क्षमा और मेल-मिलाप।

विश्वास और प्रेम।

सुसमाचार निर्मित सम्बन्ध।

अनन्त जीवन क्या है?

सुसमाचारीय जीवन हेतु प्रार्थना आवश्यक है।

परमेश्वर का भय मानने वाले स्वामी।

ख्रीष्टीय विश्वासयोग्य कर्मचारी।

सुसमाचार बच्चों हेतु आज्ञापालन का आधार है।

माता-पिता की आज्ञा पालन करना।
