सभी हैं ईश्वरविज्ञानी के द्वारा लिखित

0.00100.00

विवरण

बहुत लोग ईश्वरविज्ञान शब्द के प्रति यह मानते हुए नकारात्मक प्रतिक्रिया करते हैं कि इसमें सिद्धान्त के छोटे बिन्दुओं के विषय में नीरस, निष्फल विवाद सम्मिलित हैं। उनको पवित्रशास्त्र के आधारभूत सत्यों पर ध्यान देना भाता है और वे यह भी घोषणा करते हैं, “ख्रीष्ट के अतिरिक्त कोई अन्य विश्वास वचन है ही नहीं।”

परन्तु जैसा कि डॉ. आर.सी. स्प्रोल तर्क देते हैं कि सभी लोग ईश्वरविज्ञानी हैं। यह इसलिए है कि जब भी हम बाइबल की किसी भी शिक्षा के विषय में सोचते हैं और उसको समझने का प्रयास करते हैं, तो तब हम ईश्वरविज्ञान में सम्बद्ध हो रहे होते हैं। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अर्थानुवाद की समय द्वारा परखी गईं उचित पद्धतियों का उपयोग करते हुए बाइबल की अनेक शिक्षाओं को विधिवत् रीति से एक साथ रखें, जिससे कि हम एक ऐसे ईश्वरविज्ञान की समझ पर पहुँचें जो समनुरूपता और सत्य पर आधारित है।

सभी हैं ईश्वरविज्ञानी: विधिवत् ईश्वरविज्ञान का एक परिचय में डॉ. स्प्रोल इसी कार्य को करते हैं। यह पुस्तक सिद्धान्त के सूक्ष्म बिन्दुओं के विषय में एक नीरस चर्चा तो कदापि नहीं है। इसके विपरीत डॉ. स्पोल एक बार फिर से जटिल विषयों को सरलता से समझने योग्य बनाने के अपने विशिष्ट गुण को प्रदर्शित करते हुए, मसीही विश्वास के आधारभूत सत्यों का सर्वेक्षण करते हैं और हमें पुनः स्मरण दिलाते हैं कि परमेश्वर कैसा है और उसने अपने लोगों के लिए इस संसार में तथा उसके पश्चात् आने वाले समय के लिए क्या किया है।

अतिरिक्त

भार 0.500 kg
आयाम: 32 × 15.9 × 2.7 cm
प्रारूप

,

प्रकाशक

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “सभी हैं ईश्वरविज्ञानी”

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *