सुसमाचार क्या है?
(What Is The Gospel?)

ग्रेग गिल्बर्ट
(9 customer reviews)

Price range: ₹99.00 through ₹199.00

“सुसमाचार (Gospel) क्या है?” इस प्रश्न का सरल उत्तर ग्रेग गिल्बर्ट अपनी पुस्तक में पवित्रशास्त्र के अनुसार देते हैं। यह पुस्तक सुसमाचार की स्पष्ट समझ और इसे साझा करने के तरीकों का मार्गदर्शन प्रदान करती है। अवश्य पढ़ें और साझा करें।

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सुसमाचार क्या है? (What Is The Gospel)

“सुसमाचार क्या है?” यह प्रश्न बड़ा ही सरल प्रतीत होता है क्योंकि बहुत से लोग वचन से इस प्रश्न का स्पष्ट उत्तर देने में असमर्थ होते हैं। ग्रेग गिल्बर्ट अपनी इस पुस्तक में सुसमाचार के विषय में बहुत सी भ्रांतियाँ दूर करते हुए पवित्रशास्त्र के अनुसार गॉस्पेल को समझाते हैं। इस पुस्तक में सुसमाचार के विषय में आपकी समझ को और अधिक स्पष्ट किया गया है तथा सुसमाचार सुनने के लिए प्रत्येक अवसर के लिए उत्तम अनुष्ठान से मार्गदर्शन प्राप्त किया गया है। इस पुस्तक को अवश्य पढ़ें और इसे अधिक से अधिक दूसरों के साथ साझा करें।

 

Weight 0.92 kg
Dimensions 18 × 12.1 × 0.7 cm
प्रारूप (Format)

,

प्रकाशक (Publisher)

आईएसबीएन (ISBN)

9788196618841

9 reviews for सुसमाचार क्या है?
(What Is The Gospel?)

  1. Ramendra

    यह पुस्तक वास्तव में सुसमाचार को समझने के लिए बहुत ही अच्छा और मददगार है। यह पुस्तक हमें सुसमाचार के चार मुख्य बिन्दूओं और विषयों (परमेश्वर, मनुष्य, यीशु मसीह और हमारा प्रति-उत्तर) को समझने में अति सहायक है। यह पुस्तक हमें कई तरह से चुन्नौति देता है जैसे कि- कलीसिया में अधिकार का स्रोत क्या है?, अगर आपको दूसरों को सुसमाचरा सुनाना है तो आप बाइबल के किन पदों या खण्डों में जायेंगे? अविश्वासी, जो लोग यीशु मसीह पर विश्वास नहीं करते है पाप को किस प्रकार परिभाषित करते है परन्तु इसके विपरीत आप जो विश्वासी है पाप को किस प्रकार परिभाषित करते है?
    अत: मैं सबको चाहे आप सुसमाचार जानते है या नहीं जानते है, विश्वासी है या नहीं है उत्साहित करूंगा कि इस पुस्तक को अवश्य पढ़िए और दूसरों को भी उत्साहित किजिए कि वे भी इस किताब को पढ़े।

  2. Rajeev Kumar

    यह पुस्तक हमे बाइबल के अनुरूप सुसमाचार को समझने और सहायता करती है, ताकि हम सच्चे सुसमाचार को जाने जिसके द्वारा परमेश्वर लोगो को बचाता है।

  3. Ritesh Nishad

    This is very good &important book।।

  4. रोहित मसीह (verified owner)

    जब मैंने इस पुस्तक को पढ़ा, तो वास्तव में मैं लाभान्वित हुआ और इस पुस्तक ने सुसमाचार के विषय में मेरी समझ को गहरा किया और दूसरों के साथ सुममाचार बाँटने के लिए तैयार किया। इसलिए मैं यह अवश्य ही कहूँगा कि प्रत्येक विश्वासी को और अविश्वासी दोनों को ही पढ़ना चाहिए।

  5. संजय कुमार

    इस पुस्तक को मैंने बड़े ही ध्यानपूर्वक पढ़ा है। इसने सुसमाचार के विषय में मेरी समझ को स्पष्ट किया। यह पुस्तक सुसमाचार के विषय में पाई जाने वाली अनेकों भ्रान्तियों को खण्डित करते हुए यीशु ख्रीष्ट के सुसमाचार को बड़े ही सुन्दर रीति से प्रस्तुत करती है। इसलिए मैं आपसे यही कहूँगा कि इस पुस्तक को अवश्य ही प्राप्त करें और पढ़ें। न केवल इतना परन्तु अपनी कलीसियाओं में लोगों के साथ पढ़ें।

  6. राजा झारिया (verified owner)

    इस पुस्तक के माध्यम से सुसमाचार को और भी अधिक स्पष्टता के साथ समझा जा सकता है। यह पुस्तक हमारी सहायता करती है यीशु ख्रीष्ट को और अधिक जानने और उसके जैसे बनने में, उसके गुणों को जानने में, हमारी वास्तविकता को पहचानने में इसलिए इस पुस्तक को एक विश्वासी और अविश्वासी दोनों को अवश्य ही पढ़ना चाहिए जिसके द्वारा उनको, अपने पापों का बोध हो सके।

  7. Sandeep Kumar

    This book is one of my best books ever. I would highly recommend to get and read this book. It will help you to grow in the understanding the Gospel.

  8. Bal Govind

    “सुसमाचार क्या है?” एक महत्वपूर्ण पुस्तक है जो समाज में प्रचलित “सुसमाचार” के अर्थ को समझाती है। ग्रेग गिल्बर्ट ने इस पुस्तक के माध्यम से एक सरल और समझने योग्य तरीके से इस विषय को व्याख्यात किया है। उन्होंने विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संदर्भों के साथ सुसमाचार की महत्वपूर्णता को बताया है। पुस्तक में दी गई सामग्री अत्यंत विश्वसनीय है और उसे समझने में साहसिक बनाती है। मुझे विशेष रूप से उनकी सामग्री की सरलता और स्पष्टता पसंद आई। यह पुस्तक न केवल मेरे मसीही ज्ञान को वृद्धि किया है, बल्कि मुझे इस विषय पर अधिक सोचने और बातचीत करने के लिए प्रेरित किया है। मैं इस पुस्तक को उन सभी को पढ़ने के लिए उत्साहित करना चाहुंगा जो “सुसमाचार” के वास्तविक अर्थ को समझना और उसे अपने जीवन में लागु करना चाहते हैं।

  9. Sachin Beragi (verified owner)

    यह पुस्तक यीशु ख्रीष्ट के सुसमाचार का और भी अधिक स्पष्टता से समझ प्रदान करती है। इस पुस्तक में हम उन तरीकों को पाते हैं जिन्हें हमें सुसमाचार बताते समय स्मरण रखना आवश्यक है। पहिला, परमेश्वर कौन और कैसा है? पवित्र और सृष्टिकर्ता है। दूसरा, मनुष्य कौन और कैसा है? पापी है। तीसरा, पापियों की सबसे बड़ी आवश्यकता क्या है? पापों से मुक्ति पाना जो केवल यीशु मसीह द्वारा ही सम्भव है। और अन्त में, हमारा प्रति-उत्तर कैसा होना चाहिए? पश्चाताप का। सुसमाचार साझा करने में ये चार प्रश्न हमारे लिए सहायक हो सकते हैं।
    यदि आप और अधिक गहराई से सुमाचार को समझना चाहते हैं तो इस पुस्तक को पढ़िए यह आपकी सहायता करेगी।

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