जब एक मसीही प्रार्थना करता है तो क्या इससे कोई अन्तर पड़ता है? क्या यह कुछ बदलती है? यद्यपि हमारी प्रार्थनाएँ परमेश्वर के मन को नहीं बदलती हैं, परन्तु वह अपनी इच्छा को पूरी करने के लिए प्रार्थना को एक साधन के रूप में निर्धारित करता है। हम भरोसा रख सकते हैं कि प्रार्थना बातों को बदलती है – जिसमें हमारा स्वयं का हृदय भी सम्मिलित है।
इस पुस्तिका में डॉ.आर.स्प्रोल तर्क देते हैं कि प्रार्थना का मसीही जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान है और यह आनन्द और आशा के साथ परमेश्वर की उपस्थिति में आने के लिए हमारा आह्वान करती है। डॉ.स्प्रोल व्यावहारिक ज्ञान को बाँटते हैं और प्रार्थना के अभिप्राय, नमूने, अभ्यास, निषेधाज्ञाएँ और समार्थ्य को समझने में हमारी सहायता करते हैं।
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क्या प्रार्थना बातों को बदलती है? (Does Prayer Change Things?)
आर. सी. स्प्रोल₹0.00 – ₹100.00
इस पुस्तिका में डॉ. आर.सी. स्प्रोल बताते हैं कि प्रार्थना मसीही जीवन में महत्वपूर्ण है और हमें परमेश्वर की उपस्थिति में आनन्द और आशा से आने के लिए बुलाती है। वह प्रार्थना के अभिप्राय, नमूने, अभ्यास, निषेधाज्ञाएँ और शक्ति को समझने में मदद करते हैं।
Weight | 0.60 kg |
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Dimensions | 16 × 11.2 × 0.6 cm |
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