कलीसिया का स्वस्थ सदस्य कौन होता है? (What Is Healthy Church Member?)
तबीती एम. आन्यावीलेPrice range: ₹99.00 through ₹199.00
प्रभु चाहते हैं कि आप स्थानीय कलीसिया में सक्रिय और महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं, और इसे पृथ्वी पर सबसे अद्भुत और अर्थपूर्ण निवास मानें। वह चाहते हैं कि कलीसिया और उसके सदस्य दोनों स्वस्थ हों। यह पुस्तक “कलीसिया का स्वस्थ सदस्य कौन होता है? (What Is a Healthy Church Member?)” आपको कलीसिया के स्वस्थ सदस्य होने और उसके समग्र स्वास्थ्य में योगदान देने का अर्थ समझने में मदद करती है।
कलीसिया का स्वस्थ सदस्य कौन होता है? (What Is Healthy Church Member?)
भले ही आपका ख्रीष्टीय जीवन, कल ही आरम्भ हुआ हो या तीस वर्ष पहले, प्रभु की इच्छा यह है कि आप उसकी देह, अर्थात् स्थानीय कलीसिया में एक सक्रिय और महत्वपूर्ण भाग बनें। उसकी इच्छा यह है कि आप स्थानीय कलीसिया का अनुभव, पृथ्वी पर किसी अन्य स्थान की तुलना में अधिक अद्भुत और अर्थपूर्ण निवास के रूप में करें। उसकी इच्छा है कि उसकी कलीसियाएँ स्वस्थ स्थान हों और उन कलीसियाओं के सदस्य भी स्वस्थ हों। यह पुस्तक इस आशा से लिखी गई है कि आप स्थानीय कलीसिया के स्वस्थ सदस्य होने के अर्थ, और कलीसिया के समग्र स्वास्थ्य में योगदान देने के अर्थ को खोज सकें या पुनः खोज सकें।
| Weight | 0.90 kg |
|---|---|
| Dimensions | 17.9 × 12.8 × 0.8 cm |
| प्रारूप (Format) | |
| प्रकाशक (Publisher) | |
| आईएसबीएन (ISBN) | 9788195720835 |









Jyoti –
यह पुस्तक हमने एक समूह के साथ पढ़ी ।
यह मेरे लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण थी कि कैसे मैं कलीसिया की एक स्वस्थ सदस्य हूं कि नहीं?बहुत सारी व्यव्हारिक बातें थी जिनके ऊपर हमें चर्चा की और अपने जीवन में लागू करने का प्रयास किया। प्रत्येक सदस्य को इसे जरूर पढ़ना चाहिए। ताकि आप जान सके की एक स्वस्थ सदस्य कौन है और यह कलीसिया में किस प्रकार दिखाई देता है?