कलीसिया का स्वस्थ सदस्य कौन होता है? (What Is Healthy Church Member?)
भले ही आपका ख्रीष्टीय जीवन, कल ही आरम्भ हुआ हो या तीस वर्ष पहले, प्रभु की इच्छा यह है कि आप उसकी देह, अर्थात् स्थानीय कलीसिया में एक सक्रिय और महत्वपूर्ण भाग बनें। उसकी इच्छा यह है कि आप स्थानीय कलीसिया का अनुभव, पृथ्वी पर किसी अन्य स्थान की तुलना में अधिक अद्भुत और अर्थपूर्ण निवास के रूप में करें। उसकी इच्छा है कि उसकी कलीसियाएँ स्वस्थ स्थान हों और उन कलीसियाओं के सदस्य भी स्वस्थ हों। यह पुस्तक इस आशा से लिखी गई है कि आप स्थानीय कलीसिया के स्वस्थ सदस्य होने के अर्थ, और कलीसिया के समग्र स्वास्थ्य में योगदान देने के अर्थ को खोज सकें या पुनः खोज सकें।
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