संसार में ख्रीष्टीय लोग प्रतिवर्ष क्रिसमस मनाते हैं। यह क्रिसमस यीशु के जन्म के विषय में है। जब हम क्रिसमस मनाते हैं तो हम ख्रीष्ट के जन्मोत्सव को मनाते हैं। ख्रीष्ट-जन्मोत्सव को अलग-अलग ख्रीष्टीय लोग अलग-अलग रीति से बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।
यदि हम क्रिसमस को मनाने की रीति और उद्देश्यों की बात करें तो भिन्नता देखने को मिल सकती है। कुछ लोग केवल खाने-पीने और पार्टी करने के उद्देश्य से क्रिसमस मनाते हैं, कुछ लोग अत्यधिक आनन्द के लिए क्रिसमस मनाते हैं।
ये बातें तो ठीक हैं परन्तु क्रिसमस को मनाने का वास्तविक उद्देश्य यह नहीं है। इन सब बातों के लिए तो अविश्वासी लोग भी क्रिसमस धूम-धाम के साथ मना सकते हैं जो यीशु ख्रीष्ट को जानते भी नहीं।
परन्तु बड़ा प्रश्न यह कि हम ख्रीष्टीय लोग क्रिसमस क्यों मनाते हैं? क्रिसमस के उत्सव को मनाने का मुख्य उद्देश्य केवल बैतलहम में जन्में हमारे प्रभु यीशु ख्रीष्ट का आदर करना और उसकी महिमा करना है।
क्योंकि यीशु का जन्म एक ऐतिहासिक बात है। जिस रात में यीशु ने जन्म लिया उस रात स्वर्गदूत चरवाहों के पास आकर कहते हैं कि “देखो, मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूँ जो सब लोगों के लिए होगा। क्योंकि आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिए एक उद्धारकर्ता जन्मा है और यही मसीह प्रभु है।” (लूका 2:10-11)
हम क्रिसमस इसलिए मनाते हैं। क्योंकि हमारे लिए एक उद्धारकर्ता का जन्म हुआ है। वह ख्रीष्ट प्रभु है। यीशु के विषय में स्वर्गदूतों के द्वारा बताई गई तीन बातें या शीर्षक अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं।
यीशु एक मात्र उद्धारकर्ता है और कोई नहीं है जो हमारा उद्धार कर सके। वही हमें हमारे पापों से और मृत्यु से छुटकारा देता है। यीशु जो मनुष्य बन गया वह मसीहा है। वह व्यवस्था और भविषयवक्ताओं की भविष्यवाणियों को, परमेश्वर के द्वारा की गई प्रतिज्ञाओं को पूर्ण करता है और हमें दिखाता है कि परमेश्वर विश्वासयोग्य है। वह उद्धारकर्ता और मसीहा होने साथ-साथ प्रभु भी है जो स्वर्ग को छोड़कर हमारे मध्य में आ गया।
जब हम क्रिसमस मनाते हैं तो हम अपने उद्धारकर्ता की महिमा करते हैं जिसने हमें छुड़ाया है। हम क्रिसमस इसलिए मनाते हैं, क्योंकि ख्रीष्ट में परमेश्वर की समस्त प्रतिज्ञाएँ पूर्ण होती हैं। हम अपने प्रभु के कारण उत्सव मनाते हैं जो परमेश्वर होते हुए भी अपने आपको हमारे लिए दीन किया और दास का स्वरूप धारण कर मनुष्य की समानता में हो गया।
हम ख्रीष्ट जन्मोत्सव इसलिए मनाते हैं, क्योंकि परमेश्वर ने हमें एक ऐसा महान उपहार दिया, जो अवर्णनीय है। हमारा उद्धारकर्ता प्रभु यीशु ख्रीष्ट हमारे लिए परमेश्वर के द्वारा दिया गया सर्वोत्तम उपहार है। क्योंकि सभी मानव जाति का उद्धारकर्ता हमें उस निराशाजनक स्थिति से बचाने के लिए आया जिसमें हम थे। परमेश्वर स्वर्ग में नहीं रहे; वह नीचे आ गया जहाँ हम हैं।
इसलिए आइए हम क्रिसमस को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाएँ परन्तु प्रभु यीशु ख्रीष्ट को केन्द्र या आधार मानते हुए। इसके साथ ही साथ हम परमेश्वर के प्रति कृतज्ञ हों उसके अमूल्य उपहार – उसके एकलौते पुत्र प्रभु यीशु ख्रीष्ट के लिए, जो हमारे लिए देहधारी होकर आ गया।