


विश्वास और प्रेम।

सुसमाचार निर्मित सम्बन्ध।

सुसमाचारीय जीवन हेतु प्रार्थना आवश्यक है।

परमेश्वर का भय मानने वाले स्वामी।

ख्रीष्टीय विश्वासयोग्य कर्मचारी।

सुसमाचार बच्चों हेतु आज्ञापालन का आधार है।

माता-पिता की आज्ञा पालन करना।

परमेश्वर अपने लोगों को बन्धुवाई से छुटकारा देता है।

प्रावधान करने वाला परमेश्वर है।

अपनी पत्नियों से प्रेम करें।
