बपतिस्मा को समझना।

कलीसिया दो मुख्य विधियों में से एक बपतिस्मा है। कई बार नये ख्रीष्टीय भाई-बहन बपतिस्मा स्पष्टता के साथ नहीं समझते हैं। यह लेख हमारी सहायता करेगा कि बपतिस्मा क्या है और क्या नहीं है। इसलिए सर्वप्रथम हम देखें कि बपतिस्मा क्या नहीं है, और क्या है तथा बपतिस्मा कौन ले सकता है। आइए हम इन बातों को क्रमशः समझें

बपतिस्मा क्या नहीं है?

बपतिस्मा बस रीति-रिवाज नहीं है जो आत्मिक शक्ति देता है। पानी में जादू नहीं है। यह जादुई धार्मिक संस्कार नहीं है। बपतिस्मा में पानी एक व्यक्ति को नहीं बदलता है। बपतिस्मा कोई ऐसी चीज नहीं है जो एक व्यक्ति को ईसाई (मसीही) बनाता है। हम बपतिस्मा के द्वारा पवित्र आत्मा को प्राप्त नहीं करते। बपतिस्मा किसी व्यक्ति को बदलने, बचाने, परिवर्तित करने के लिए कुछ नहीं करता है।

इसलिए, यदि आप बपतिस्मा लेना चाहते हैं, तो आपको यह जानने की आवश्यकता है: कि आप बपतिस्मा लेने से ईसाई नहीं बनते। बपतिस्मा आपको विश्वासी नहीं बनाता; लेकिन बपतिस्मा दिखाता है कि आप एक विश्वासी हैं। बनाता नहीं; दिखाता है। जैसे कुछ लोगों ने कहा, आप केवल पश्चाताप करने और यीशु पर विश्वास करने के द्वारा बचाए गए हैं। पश्चाताप और विश्वास पहले आते हैं। केवल यीशु ही हमें बचा सकता है। और यीशु पर विश्वास करने के बाद, हम अपने विश्वास के प्रतीक के रूप में बपतिस्मा लेते हैं। इसलिए, बपतिस्मा आपको विश्वासी नहीं बनाता। तो बपतिस्मा यह नहीं है: हम बपतिस्मा के द्वारा विश्वासी नहीं बनते।

तो फिर, बपतिस्मा क्या है?

बपतिस्मा आत्मिक व आन्तरिक परिवर्तन का एक भौतिक और बाहरी प्रतीक है। एक बाहरी चिह्न है। बपतिस्मा आत्मिक परिवर्तन का एक चिह्न है। वह चित्रण करता है। बपतिस्मा के पानी में जादू नहीं है। परन्तु पानी एक आत्मिक परिवर्तन को चित्रित करता है।

और यह कम से कम तीन बातें दिखाता है –

(1) पहली बात यह है: बपतिस्मा पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के प्रति हमारे विश्वास का प्रतीक है।

बपतिस्मा दिखाता है कि हम केवल बाइबल के त्रिएक परमेश्वर पर विश्वास करते हैं। मत्ती 28 खोलिए। इस सन्दर्भ में, यीशु अभी मरा और फिर से जी उठा। और यहाँ, वह अपने शिष्यों को अपनी अंतिम आज्ञाएँ देता है। और 18 पद में, वह कहते हैं:

18 तब यीशु ने उनके पास आकर कहा, “स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। 19 इसलिए जाओ और सब जातियों के लोगों को चेले बनाओ तथा उन्हें पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, 20 और जो-जो आज्ञाएँ मैंने तुम्हें दी हैं उनका पालन करना सिखाओ। और देखो, मैं युग के अन्त तक सदैव तुम्हारे साथ हूँ।”

इस खण्ड में, हम सीखते हैं कि यीशु आज्ञा देता है कि उसके सभी चेले बपतिस्मा लें। वे बपतिस्मा लेने से पहले चेलेहैं। फिर, वे बपतिस्मा लेते हैं। आप यीशु के चेले बन जाते हैं। फिर, आप बपतिस्मा लेते हैं। दूसरे शब्दों में, बपतिस्मा आपको विश्वासी नहीं बनाता है। यह एक प्रतीक है कि आप पहले से ही विश्वासी हैं।

फिर, हम देखते हैं कि हमें पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा देना चाहिए। इसका अर्थ यह है कि जब एक व्यक्ति का बपतिस्मा होता है, तो उसको अलग कर दिया जाता है और बाइबल के त्रिएक परमेश्वर के प्रति समर्पित कर दिया जाता है। कोई और ईश्वर नहीं है। कोई और नाम नहीं है। केवल बाइबल का परमेश्वर जो पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा है।

तो एक मायने में, जब हम विश्वासी बनते हैं, तब हमारे परिवार का नाम बदल गया है। सिंह या श्रीवास्तव या स्माइथ या जॉर्ज या जॉन के बजाय, जो नाम सबसे महत्वपूर्ण है वह पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा है। इसलिए, बपतिस्मा इस बात का प्रतीक है कि आप यीशु के शिष्य हैं और बाइबल के एकमात्र परमेश्वर पर विश्वास करते हैं जो पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा है। यह पहली बात है। बपतिस्मा पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के प्रति हमारे विश्वास का प्रतीक है।

(2) दूसरी बात, बपतिस्मा यीशु में हमारे नए आत्मिक जीवन का प्रतीक है। यह इस बात का प्रतीक है कि हम यीशु के साथ मर गए हैं और उसके साथ जी उठे हैं। रोमियों 6 में पौलुस कहता है कि विश्वासी लोग पवित्र जीवन जीते हैं क्योंकि यीशु में हमारे पास नया जीवन है। तो वह कहता है?:

3 क्या तुम नहीं जानते कि हम सब जो बपतिस्मा के द्वारा ख्रीष्ट यीशु के साथ एक हुए, बपतिस्मा द्वारा उसकी मृत्यु में भी सहभागी हुए? 4 इसलिए हम बपतिस्मा द्वारा उसकी मृत्यु में सहभागी होकर उसके साथ गाड़े गए हैं, जिससे कि पिता की महिमा के द्वारा जैसे ख्रीष्ट जिलाया गया था, वैसे हम भी जीवन की नई चाल चलें।

बपतिस्मा एक चित्र है। जब कोई व्यक्ति पानी के नीचे जाता है, तो यह उसके मरने और यीशु के साथ गाड़े जाने का चित्र होता है। जब कोई व्यक्ति पानी से बाहर आता है, तो यह उसकी यीशु के साथ मृत्यु से जी उठने का चित्र होता है। यह एक सुन्दर प्रतीक है! यदि आपने यीशु पर भरोसा किया है, तो बपतिस्मा इस आत्मिक परिवर्तन का भौतिक व बाहरी प्रतीक है जो पवित्र आत्मा ने आपके जीवन में किया है।

इसका अर्थ यह है: पुराना संदीप, लवकुश और पुरानी सुमन आदि मर चुका हैं। आप यीशु के साथ मर गए। और अब, उसने आपको नया आत्मिक जीवन दिया है। यीशु जीवित हैं। और ऐसे ही आप और मैं जीवित हैं! तो प्रभु की महिमा हो!, दूसरी बात जो हम सीखते हैं वह यह है कि बपतिस्मा यीशु में हमारे नए आत्मिक जीवन का प्रतीक है।

पहली बात: बपतिस्मा पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के प्रति हमारे विश्वास का प्रतीक है।

दूसरी बात, बपतिस्मा यीशु में हमारे नए आत्मिक जीवन का प्रतीक है।

(3) फिर, तीसरी बात, बपतिस्मा हमारी कलीसिया से संगति का प्रतीक है। यह इस बात का प्रतीक है कि हम ख्रीष्ट की देह के सदस्य हैं। 1 कुरिन्थियों 12:12-13 यह कहता है:

12 क्योंकि जिस प्रकार देह तो एक है और उसके कई अंग हैं, और देह के सब अंग यद्यपि अनेक हैं तौभी वे एक ही देह हैं, इसी प्रकार ख्रीष्ट भी है। 13 क्योंकि हम सब ने, चाहे यहूदी हों या यूनानी, दास हों या स्वतन्त्र, एक ही आत्मा द्वारा एक देह होने के लिए बपतिस्मा पाया, और हमें एक ही आत्मा पिलाया गया।

इस खण्ड में, पौलुस दिखाता है कि प्रत्येक विश्वासी ने एक ही आत्मा द्वारा एक देह होने के लिए बपतिस्मा पाया। इसका अर्थ यह है कि जब आप यीशु पर विश्वास करते हैं, आपके पास पवित्र आत्मा है। आपको बपतिस्में के समय पवित्र आत्मा नहीं मिलता। बपतिस्मा इस बात का प्रतीक है कि आपके पास पहले से ही पवित्र आत्मा है। और उसी समय जब आप यीशु पर विश्वास करते हैं, तो आप ख्रीष्ट की देह के अंग बन जाते हैं। बपतिस्मा हमारी कलीसिया से संगति का प्रतीक है।

इसलिए, जब आप बपतिस्मा लेते हैं, तो आप कह रहे हैं, “मैं बाइबल के त्रिएक परमेश्वर के प्रति समर्पित हूँ। मेरे पास यीशु के साथ नया जीवन है। और मैं ख्रीष्ट की देह का अंग हूँ।” इसलिए, परमेश्वर के प्रति आपका प्रतिज्ञा का अर्थ कलीसिया के प्रति प्रतिज्ञा भी है। क्यों? क्योंकि बपतिस्मा चर्च के साथ हमारी संगति का प्रतीक है। बपतिस्मा क्या है? बपतिस्मा आत्मिक व आन्तरिक परिवर्तन का एक भौतिक व बाहरी प्रतीक है।

अन्त में हमें पता होना चाहिए कि किसको बपतिस्मा लेना चाहिए?

हम मानते हैं कि (1) केवल वे जो पश्चाताप करते हैं और यीशु पर विश्वास करते हैं बपतिस्मा ले सकते हैं, (2) केवल वे जो बाइबल के त्रिएक परमेश्वर के प्रति समर्पित हैं बपतिस्मा ले सकते हैं, (3) केवल वे जिनके पास यीशु में नया आत्मिक जीवन है बपतिस्मा ले सकते हैं, और (4) केवल वे जो ख्रीष्ट की देह के प्रति समर्पित हैं बपतिस्मा ले सकते हैं। यदि आप किसी विश्वासी से विवाह करने के लिए बपतिस्मा ले रहे हैं तो बपतिस्मा आपके लिए नहीं है। यदि आप अपने माता-पिता को प्रसन्न करना चाहते हैं तो बपतिस्मा आपके लिए नहीं है। यदि आप और मित्र चाहते हैं तो बपतिस्मा आपके लिए नहीं है। बपतिस्मा केवल एक विश्वासी के लिए है।

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