उसकी परिपूर्णता का आनन्द लेना

उसकी परिपूर्णता में से हम सब ने पाया, अर्थात् अनुग्रह पर अनुग्रह। (यूहन्ना 1:16)

पिछले रविवार आराधना सभा के ठीक पहले प्रार्थना करने वाले सन्तों का छोटा समूह, अपने लोगों के विश्वास के लिए, और अपने नगर की कलीसियाओं के लिए, और अन्य राष्ट्रों के लिए प्रार्थना करने में लवलीन था। उसी समय एक व्यक्ति ने यूहन्ना 1:14, 16 के आधार पर प्रार्थना किया। 

और वचन, जो अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण था, देहधारी हुआ, और हमारे बीच में निवास किया, और हमने उसकी ऐसी महिमा देखी जैसी पिता के एकलौते की महिमा … क्योंकि उसकी परिपूर्णता में से हम सब ने पाया, अर्थात् अनुग्रह पर अनुग्रह। 

यह मेरे लिए प्रकाशन प्रदान करने वाले क्षणों में से एक था। परमेश्वर ने उस क्षण यह प्रकट किया कि “परिपूर्णता” शब्द —  उसकी परिपूर्णता  से — एक ऐसी परिपूर्णता धारण किए हुए है जिसका मुझ पर असाधारण प्रभाव पड़ा था। मैंने कुछ सीमा तक उस बात का अनुभव किया जो यह शब्द वास्तव में धारण किए हुए है — अर्थात् ख्रीष्ट की परिपूर्णता।

मैंने इस भव्यता का कुछ अनुभव किया है, और हाँ, मैंने वास्तव में इस परिपूर्णता से अनुग्रह पर अनुग्रह प्राप्त किया है। और मैं उसी क्षण अनुग्रह पर अनुग्रह प्राप्त कर रहा था। मैंने उसी समय ऐसा आभास किया कि दोपहर भर उसके चरणों में बैठने — या मेरी बाइबल पढ़ने — और उसकी परिपूर्णता के उमड़ आने का अनुभव करने से मधुर और कुछ भी नहीं हो सकता है।

इस परिपूर्णता का मुझ पर इतना प्रभाव क्यों पड़ा — और यह इस क्षण तक मुझे असामान्य रूप से क्यों प्रभावित कर रही है? आँशिक रूप से इस कारण से. . . 

  • . . . जिसकी परिपूर्णता से मैं अनुग्रह से सराबोर हो रहा हूँ, वह वचन है जो परमेश्वर के साथ था और वह स्वयं परमेश्वर था (यूहन्ना 1:1-2), अतः उसकी परिपूर्णता परमेश्वर की परिपूर्णता है — एक ईश्वरीय  परिपूर्णता, एक असीम परिपूर्णता;
  • . . . यह वचन देहधारी हुआ, और वह हमारे समान था, और अपनी परिपूर्णता के साथ हमारे पीछे लगा हुआ था —  यह एक सुगम  परिपूर्णता है;
  • . . . जब यह वचन मानव रूप में प्रकट हुआ तो उसकी महिमा  दिखाई दी — उसकी परिपूर्णता महिमामय है;
  • . . .यह वचन “पिता का एकलौता पुत्र” था (यूहन्ना 1:14) जिससे कि ईश्वरीय परिपूर्णता की मध्यस्थता मुझ पर न केवल परमेश्वर की ओर से किन्तु परमेश्वर के द्वारा की जा रही थी — परमेश्वर ने किसी स्वर्गदूत को नहीं भेजा, किन्तु केवल अपने एकलौते पुत्र  को अपनी परिपूर्णता प्रदान करने के लिए भेजा;
  • . . .  पुत्र की परिपूर्णता ही अनुग्रह  की परिपूर्णता है — मैं इस परिपूर्णता में डूब नहीं जाऊँगा, किन्तु इस परिपूर्णता से मैं प्रत्येक रीति से आशीषित  होऊँगा;
  •  . . . यह परिपूर्णता केवल अनुग्रह की परिपूर्णता ही नहीं है परन्तु सत्य  की भी परिपूर्णता है — मुझ पर सत्य की उपेक्षा करने वाली चापलूसी के द्वारा अनुग्रह नहीं किया जा रहा है; किन्तु यह अनुग्रह तो दृढ़ चट्टान की नाई वास्तविकता पर आधारित है।  

तो क्या यह कोई आश्चर्य की बात है कि मैं ख्रीष्ट की परिपूर्णता पर अचम्भित और आनन्द से भरा से हुआ अनुभव करता हूँ!

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जॉन पाइपर
जॉन पाइपर

जॉन पाइपर (@जॉन पाइपर) desiringGod.org के संस्थापक और शिक्षक हैं और बेथलेहम कॉलेज और सेमिनरी के चाँसलर हैं। 33 वर्षों तक, उन्होंने बेथलहम बैपटिस्ट चर्च, मिनियापोलिस, मिनेसोटा में एक पास्टर के रूप में सेवा की। वह 50 से अधिक पुस्तकों के लेखक हैं, जिसमें डिज़ायरिंग गॉड: मेडिटेशन ऑफ ए क्रिश्चियन हेडोनिस्ट और हाल ही में प्रोविडेन्स सम्मिलित हैं।

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