हम कैसे किसी ऐसे व्यक्ति को क्षमा कर सकते हैं जिसने हमें गहरा आघात पहुँचाया हो?
“रंजिश” बहुत लम्बी चलती है। मैंने अपने गाँव में देखा है कि दादा की हत्या का प्रतिशोध पोते ने लिया। संसार में प्रतिशोध लेना गर्व की बात मानी जाती है। परन्तु ख्रीष्टीय लोगों को ऐसी परिस्थिति में कैसे प्रतिउत्तर देना चाहिए? परमेश्वर का वचन हमें उत्साहित करता है कि हम अपने शत्रुओं को क्षमा करें और अपने सताने वालों के लिए प्रार्थना करें। परन्तु क्या यह कैसा कार्य है जिसे हम वास्तव में करते हैं? परमेश्वर का वचन हमें कई कारण देता है कि कैसे अपने शत्रुओं को, विशेषकर जिन्होंने हमें गहरा आघात पहुँचाया है क्षमा कर सकते हैं।
1. हम क्षमा की शिक्षा देने वाले के पीछे चल रहे हैं। यीशु ख्रीष्ट ने शिक्षा दी कि “अपने शत्रुओं को क्षमा करो” (मत्ती 6:44) । यहाँ पर यीशु ख्रीष्ट किसी ऐसे व्यक्ति के विषय में बात नहीं कर रहे हैं जिससे आपकी नोक-झोंक हो गई हो। परन्तु यहाँ ध्यान देने वाली बात है कि यीशु “शत्रुओं” को क्षमा करने तथा “सताने वालों” के लिए प्रार्थना करने के लिए कह रहे हैं। यीशु ख्रीष्ट विश्वासियों को उत्साहित कर रहे हैं कि तुम्हारा जीवन क्षमा करने वाले के रूप में पहिचाना जाना चाहिए, न कि बदला लेने वाले के रूप में।
2. हम क्षमा करने वाले के पीछे चल रहे हैं। यीशु ख्रीष्ट केवल शिक्षा ही नहीं देते हैं किन्तु वह स्वयं अपने जीवन में वह किया जो उन्होंने लोगों को सिखाया। क्षमा के सन्दर्भ में, यीशु ख्रीष्ट की क्रूस पर की प्रथम वाणी से हम चिर-परिचित होंगे। यीशु ने कहा, “हे पिता, इन्हें क्षमा कर क्योंकि ये नहीं जानते हैं कि ये क्या कर रहे हैं” (लूका 23:34)। क्या क्रूस पर चढ़ाये गए व्यक्ति से इस प्रकार का प्रतिउत्तर अपेक्षित है? लोग यीशु ख्रीष्ट का ठट्ठा उठा रहे हैं… और सिर हिला-हिला कर कह रहे हैं… अब उतर कर दिखा।
क्या आप कल्पना भी कर सकते हैं कि यदि आप यीशु ख्रीष्ट के स्थान पर होते… और आपके पास असीमित सामर्थ्य होती… तो आप उस समय कैसे प्रतिउत्तर करते? सम्भवत: “क्षमा” करते है?! लेकिन यीशु का प्रतिउत्तर चकित करने वाला है। उसने ऐसे भीषण समय में अपने शत्रुओं को “क्षमा” किया और वह हम विश्वासियों को बुलाता है कि हम भी इसी रीति से उसके पद-चिह्नों पर चलें।
3. हम स्वयं क्षमा पाये हुए लोग हैं। यीशु ख्रीष्ट की शिक्षा तथा उदाहरण के साथ-साथ हम सभी विश्वासी स्वयं ही परमेश्वर की क्षमा के साक्षात गवाह हैं। यदि आपके मस्तिष्क में कोई भी जन है जिसने आपका इतना बुरा किया है कि वह कल्पना से बाहर है… तो इस बात को स्मरण कीजिए कि तो परमेश्वर की क्षमा, जो उसने यीशु ख्रीष्ट में आपके और मेरे ऊपर की है वह कहीं अधिक समझ से परे है। पौलुस रोमियों 5 कहता है कि जब हम शत्रु ही थे… परमेश्वर ने अपने पुत्र यीशु ख्रीष्ट में हमसे उसने मेल-मिलाप कर लिया, उसने शान्ति स्थापित कर दी… उसने हमें क्षमा कर दिया। समस्या तब हो जाती है कि जब हम अपने असंख्य तथा घिनौने पापों तथा अपराधों की क्षमा को भूलकर किसी भाई के या किसी अविश्वासी के दुर्व्यवहार को लेकर कुढ़ने लगते हैं।
मैं विश्वास है कि हमारे प्रभु यीशु ख्रीष्ट ने अपनी सम्प्रभु इच्छा में होकर प्रभु की प्रार्थना में कहा है… कि जैसे हमने अपने अपराधियों को क्षमा किया है आप भी हमारे अपराधों को क्षमा करे… और सम्भवतः इसलिए 1999 में उड़ीसा में हुई घटना, जिसमें ग्राहम स्टेंस को उनके दो पुत्रों के साथ जिन्दा जला दिए जाने के पश्चात् भी उनकी पत्नी विधवा ग्लैडिस स्टेन्स ने अपने पति और बेटों की हत्या में सम्मिलित लोगों को व्यक्तिगत रीति से पहले ही क्षमा करने की घोषणा कर दी थी।
काश! प्रभु हमें भी ऐसी सामर्थ्य दे कि हम भी अपने शत्रुओं को इसी प्रकार से क्षमा करें और यीशु मसीह की शिक्षा तथा चरित्र को अपने जीवन में प्रदर्शित करें।