अब्राहम की सन्तान कौन हैं?
जॉन पाइपर द्वारा भक्तिमय अध्ययन

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संस्थापक और शिक्षक, desiringGod.org

“पृथ्वी के सब घराने तुझ में आशिष पाएँगे।” (उत्पत्ति 12:3)

आप जो ख्रीष्ट पर आशा रखते हैं और विश्वास की आज्ञाकारिता में उसका अनुसरण करते हैं, अब्राहम के वंशज और उसकी वाचाई प्रतिज्ञाओं के उत्तराधिकारी हैं।

परमेश्वर ने उत्पत्ति 17:4 में अब्राहम से कहा, “देख, मेरी वाचा तो तेरे साथ है, और तू कई जातियों का मूल पिता होगा।” परन्तु उत्पत्ति की पुस्तक स्पष्ट कर देती है कि अब्राहम शारीरिक या राजनैतिक अर्थ में कई जातियों का पिता नहीं ठहरा। इसलिए, परमेश्वर की प्रतिज्ञा का अर्थ सम्भवतः यह था कि यद्यपि वे शारीरिक रीति से अब्राहम के सम्बन्धी नहीं होंगे फिर भी कई जातियाँ किसी न किसी रीति से अब्राहम के पुत्र होने की आशिष का आनन्द उठाएँगी।

इसमें कोई सन्देह नहीं है कि परमेश्वर का क्या अर्थ था जब उसने उत्पत्ति 12:3 में अब्राहम से कहा, “पृथ्वी के सब घराने तुझ में आशिष पाएँगे।” आरम्भ ही से, परमेश्वर की दृष्टि में यह बात थी कि यीशु ख्रीष्ट अब्राहम का वह वंशज होगा और प्रत्येक जो ख्रीष्ट पर भरोसा करेगा, वह अब्राहम की प्रतिज्ञा का उत्तराधिकारी बनेगा। पौलुस गलातियों 3:29 में यही कहता है, “यदि तुम ख्रीष्ट के हो तो अब्राहम की सन्तान और प्रतिज्ञा के अनुसार उत्तराधिकारी भी हो।” 

इसलिए जब 4000 वर्ष पहले परमेश्वर ने अब्राहम से कहा, “देख, मेरी वाचा तो तेरे साथ है, और तू कई जातियों का मूल पिता होगा,” तो उसने हम में से हर एक उस व्यक्ति के लिए चाहे हम किसी भी देश के हों, अब्राहम की सन्तान और परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं के उत्तराधिकारी बनने के लिए मार्ग खोल दिया। हम सब में केवल वही विश्वास होना चाहिए जो अब्राहम में था — अर्थात् हमें अपनी आशा को परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं पर इस सीमा तक लगाना चाहिए कि यदि आज्ञाकारिता माँग करे तो हम अपनी सबसे प्रिय सम्पत्ति भी दे दें जैसे अब्राहम ने इसहाक को दे दिया था।

हम परमेश्वर के लिए कार्य करने के द्वारा अब्राहम की प्रतिज्ञाओं के उत्तराधिकारी नहीं बनते हैं, परन्तु इस पर भरोसा करने के द्वारा बनते हैं कि परमेश्वर हमारे लिए कार्य करता है। “परमेश्वर की प्रतिज्ञा के सम्बन्ध में वह अविश्वास के कारण विचलित नहीं हुआ, परन्तु परमेश्वर की महिमा करते हुए विश्वास में दृढ़ हुआ, और पूर्णतः आश्वस्त होकर कि जो प्रतिज्ञा उसने की थी, वह उसे पूरा करने में भी समर्थ है” (रोमियों 4:20-21)। यही कारण है कि अब्राहम तब भी परमेश्वर की आज्ञा मान सका जब ऐसा लग रहा था कि आज्ञाकारिता से हानि ही होगी। उसने परमेश्वर पर भरोसा किया कि वह असम्भव कार्य कर सकता है — जैसे कि उसके पुत्र को मृतकों में से जिलाना।

परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं पर विश्वास — या आज हम कहेंगे, उस ख्रीष्ट पर विश्वास जो परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं का पुष्टिकरण है — अब्राहम की सन्तान बनने का माध्यम है; आज्ञाकारिता इस बात का प्रमाण है कि विश्वास वास्तविक है (उत्पत्ति 22:12-19)। इसीलिए यूहन्ना 8:39 में यीशु कहता है, “यदि तुम अब्राहम की सन्तान हो तो अब्राहम के समान कार्य करो।”

अब्राहम की सन्तान सब जातियों के वे लोग हैं जिन्होंने मोरिय्याह पर्वत पर अब्राहम के समान ही अपनी आशा ख्रीष्ट पर रखी है और इसलिए वे पृथ्वी पर अपनी सबसे बहुमूल्य सम्पत्ति की हानि को भी अपनी आज्ञाकारिता मे बाधा नहीं बनने देते हैं।

आप जो यीशु ख्रीष्ट पर आशा रखते हैं और विश्वास की आज्ञाकारिता में उसका अनुसरण करते हैं, अब्राहम के वंशज और उसकी वाचाई प्रतिज्ञाओं के उत्तराधिकारी हैं।

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