प्रसन्न परमेश्वर

October 6, 2025

प्रसन्न परमेश्वर

खरी शिक्षा . . . जो परमधन्य [अर्थात्, प्रसन्न] परमेश्वर के महिमामय सुसमाचार के अनुसार है। (1 तीमुथियुस 1:10-11)

परमेश्वर की महिमा का एक मुख्य भाग है उसकी प्रसन्नता।

प्रेरित पौलुस के लिए यह अकल्पनीय था कि परमेश्वर को अनन्त आनन्द से वंचित किया जाए और फिर भी वह  सर्व-महिमान्वित बना रहे। असीम रीति से महिमान्वित होने का अर्थ है असीम रीति से प्रसन्न भी होना। उसने इस वाक्यांश का उपयोग किया है, “प्रसन्न परमेश्वर की महिमा,” क्योंकि यह परमेश्वर के लिए एक महिमामय बात है कि वह इतना प्रसन्न हो जितना कि वह है — अर्थात् असीम रूप से प्रसन्न।

परमेश्वर की महिमा इस तथ्य में निहित है कि वह हमारी किसी भी कल्पना से बढ़कर प्रसन्न है।

सुसमाचार यह है: “प्रसन्न परमेश्वर की महिमा का सुसमाचार।” यह बाइबल से एक उद्धरण है! यह तो शुभ सन्देश है कि परमेश्वर महिमामय रीति से प्रसन्न है।

कोई भी अप्रसन्न परमेश्वर के साथ अनन्तकाल नहीं व्यतीत करना चाहेगा। यदि परमेश्वर अप्रसन्न है, तो सुसमाचार का लक्ष्य भी प्रसन्न नहीं है, और इसका अर्थ यह है कि वह सुसमाचार है ही नहीं।

परन्तु, वास्तव में, यीशु हमें एक प्रसन्न परमेश्वर के साथ अनन्तकाल व्यतीत करने के लिए निमन्त्रण देता है जब वह कहता है कि, “अपने स्वामी केआनन्द  में सहभागी हो” (मत्ती 25:23)। यीशु जिया और मरा जिससे कि यह आनन्द — अर्थात् परमेश्वर का आनन्द — हमारे भीतर हो और हमारा आनन्द पूर्ण हो जाए (यूहन्ना 15:11; 17:13)। इसलिए, सुसमाचार “प्रसन्न परमेश्वर की महिमा का सुसमाचार” है।

परमेश्वर की प्रसन्नता सर्वप्रथम और सबसे महत्वपूर्ण रीति से उसके पुत्र में प्रसन्नता है। इसलिए जब हम परमेश्वर की प्रसन्नता में सहभागी होते हैं, तो हम ठीक उस प्रसन्नता में सहभागी होते हैं जो कि पिता अपने पुत्र में प्राप्त करता है।

इसीलिए यीशु ने पिता को हम पर प्रकट किया। यूहन्ना 17 में अपनी महान् प्रार्थना के अन्त में उसने अपने पिता से कहा, “मैंने तेरा नाम इनको बताया और बताता रहूँगा, कि जिस प्रेम से तूने मुझ से प्रेम किया वह उनमें रहे, और मैं उनमें” (यूहन्ना 17:26)। उसने परमेश्वर को प्रकट किया जिससे कि उसके पुत्र के प्रति परमेश्वर का हर्ष हम में पाया जाए, और वह उसमें हमारा हर्ष बन जाए।

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जॉन पाइपर
जॉन पाइपर

जॉन पाइपर (@जॉन पाइपर) desiringGod.org के संस्थापक और शिक्षक हैं और बेथलेहम कॉलेज और सेमिनरी के चाँसलर हैं। 33 वर्षों तक, उन्होंने बेथलहम बैपटिस्ट चर्च, मिनियापोलिस, मिनेसोटा में एक पास्टर के रूप में सेवा की। वह 50 से अधिक पुस्तकों के लेखक हैं, जिसमें डिज़ायरिंग गॉड: मेडिटेशन ऑफ ए क्रिश्चियन हेडोनिस्ट और हाल ही में प्रोविडेन्स सम्मिलित हैं।

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