इतिहास के अन्त में आश्चर्य करना

November 9, 2025

इतिहास के अन्त में आश्चर्य करना

और [परमेश्वर] तुम क्लेश पाने वालों को हमारे साथ उस समय विश्राम दे जब प्रभु यीशु अपने सामर्थी दूतों के साथ, स्वर्ग से धधकती आग में प्रकट होगा, और जो परमेश्वर को नहीं जानते तथा जो हमारे प्रभु यीशु के सुसमाचार को नहीं मानते उन्हें वह दण्ड दे। ऐसे लोग उस दिन प्रभु की उपस्थिति तथा उसकी शक्ति के प्रताप से दूर होकर अनन्त विनाश का दण्ड पाएँगे, जब वह अपने पवित्र लोगों में महिमा पाने और उन सब में जिन्होंने विश्वास किया है, आश्चर्य का कारण होने के लिए आएगा—और तुम में भी, क्योंकि तुमने हमारी साक्षी पर विश्वास किया। (2 थिस्सलुनीकियों 1:7-10)

जब यीशु इस पृथ्वी पर लौटेगा, जिसकी प्रतिज्ञा उसने की है, तो पौलुस कहता है कि जिन लोगों ने सुसमाचार पर विश्वास नहीं किया होगा, “ऐसे लोग उस दिन प्रभु की उपस्थिति और उसकी शक्ति की महिमा से दूर होकर अनन्त विनाश का दण्ड पाएँगे।” यह एक ऐसी भयानक सम्भावना है, जिससे, इस सत्य को सुनने वाले प्रत्येक अविश्वसियों को भयभीत होना चाहिए। 

और, इसके कारण हम विश्वास करने वालों को इस बात के प्रति कितना ही गम्भीर होना चाहिए कि इस संसार में दाँव पर क्या लगा है। और कैसे इसके कारण हमारे हृदयों में विश्वास न करने वालों के प्रति, या उन लोगों के प्रति जो सुसमाचार को जानते भी नहीं हैं, करुणा उत्पन्न होनी चाहिए।

परन्तु हमारे सभी दुःखों में हमें स्थिर बनाए रखने के लिए पौलुस यहाँ पर प्रोत्साहन और आशा के दो अद्भुत वचन देता है। “[परमेश्वर] तुम क्लेश पाने वालों को उस समय विश्राम [देगा]।” यदि हम इतिहास के अन्त के निकट में दु:ख की एक भयानक तीव्रता का अनुभव करते हैं, तो परमेश्वर के वचन को दृढ़ता से थामे रहें: विश्राम आने ही वाला है। आपके दु:ख अन्ततः विजयी नहीं होंगे। और आपके शक्तिशाली प्रतीत होने वाले विरोधी उस दिन के विषय में पछताएँगे जब उन्होंने प्रभु के लोगों को हाथ लगाया था।

परन्तु इसके पश्चात प्रोत्साहन और आशा का सबसे उत्तम शब्द आता है। प्रभु के आने पर हमें न केवल विश्राम मिलेगा, वरन् हमें वह सर्वोतम अनुभव मिलेगा जिसके लिए हम सबसे पहले सृजे गए थे: हम उसकी महिमा को देखेंगे, और हम उसकी महिमा में इस रीति से आश्चर्य करेंगे कि सम्पूर्ण संसार की दृष्टि में प्रभु हम में महिमान्वित होगा।

पद 10: “वह अपने पवित्र लोगों में महिमा पाने और उन सब में जिन्होंने विश्वास किया है, आश्चर्य का कारण होने के लिए आएगा” हम लोग आश्चर्य करने के लिए बनाए गए थे। क्रूस पर चढ़ाए गए, जी उठे, फिर से आने वाले महिमा के राजा यीशु ख्रीष्ट से अधिक अद्भुत आश्चर्य का पात्र कोई और नहीं है। वह अपनी महिमा के गंतव्य को प्राप्त करेगा, और हम अपने आनन्द के गंतव्य को प्राप्त करेंगे जब हम सबसे महान् आश्चर्य के पात्र पर सिद्ध, पाप-रहित, अनन्त रीति से आश्चर्य करना आरम्भ करेंगे।

साझा करें
जॉन पाइपर
जॉन पाइपर

जॉन पाइपर (@जॉन पाइपर) desiringGod.org के संस्थापक और शिक्षक हैं और बेथलेहम कॉलेज और सेमिनरी के चाँसलर हैं। 33 वर्षों तक, उन्होंने बेथलहम बैपटिस्ट चर्च, मिनियापोलिस, मिनेसोटा में एक पास्टर के रूप में सेवा की। वह 50 से अधिक पुस्तकों के लेखक हैं, जिसमें डिज़ायरिंग गॉड: मेडिटेशन ऑफ ए क्रिश्चियन हेडोनिस्ट और हाल ही में प्रोविडेन्स सम्मिलित हैं।

Articles: 407

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  1. इतिहास के अन्त में आश्चर्य करना (Current)

    जॉन पाइपर | November 9, 2025
  2. मृत्यु का पूर्वाभ्यास (Rehearsal)

    जॉन पाइपर | December 31, 2025
  3. तैयार और सशक्त किए गए

    जॉन पाइपर | December 30, 2025
  4. एक भयानक गन्तव्य

    जॉन पाइपर | December 29, 2025
  5. महिमा ही लक्ष्य है

    जॉन पाइपर | December 28, 2025
  6. आपका लक्ष्य क्या है?

    जॉन पाइपर | December 27, 2025
  7. आपदा के विषय में कैसे विचार करें

    जॉन पाइपर | December 26, 2025
  8. क्रिसमस के तीन उपहार

    जॉन पाइपर | December 25, 2025
  9. क्रिसमस के दो उद्देश्य

    जॉन पाइपर | December 24, 2025
  10. परमेश्वर का अवर्णनीय उपहार

    जॉन पाइपर | December 23, 2025
  11. कि तुम विश्वास करो

    जॉन पाइपर | December 22, 2025