मिशनरी के लिए औषधि
जॉन पाइपर द्वारा भक्तिमय अध्ययन

जॉन पाइपर द्वारा भक्तिमय अध्ययन

संस्थापक और शिक्षक, desiringGod.org

“परमेश्वर के लिए सब कुछ सम्भव है।” (मरकुस 10:27)

सम्प्रभु अनुग्रह ख्रीष्टीय सुखवादी (hedonist) के लिए जीवन का स्रोत है। क्योंकि ख्रीष्टीय सुखवादी सबसे अधिक इस अनुभव से प्रेम करता है कि वह परमेश्वर के सम्प्रभु अनुग्रह द्वारा भरा जाए तथा वह प्रेम उसमें से दूसरों की भलाई के लिए उमड़ पड़े।

ख्रीष्टीय सुखवादी सुसमाचार प्रचार-प्रसारकर्ता इस बात का अनुभव करता है कि: “मैं नहीं, परन्तु परमेश्वर का अनुग्रह है जो मेरे साथ है”(1 कुरिन्थियों 15:10)। वे इस सच्चाई में आनन्द लेते हैं कि उनके सुसमाचार प्रचार-प्रसार के परिश्रम का फल पूरी रीति से परमेश्वर के हाथ में है (1 कुरिन्थियों 3:7; रोमियों 11:36)।

वे केवल आनन्द का ही अनुभव करते हैं जब स्वामी कहता है कि “मुझ से अलग होकर तुम कुछ नहीं कर सकते” (यूहन्ना 15:5)। वे इस सच्चाई के कारण भेड़ों के समान चौकड़ी भरते हैं कि परमेश्वर ने नई सृष्टि के असम्भव बोझ को उनके कन्धों से उठा लिया है तथा उसने उसे स्वयं अपने ऊपर ले लिया है। वे बिना कुड़कुड़ाए कहते हैं, “यह नहीं कि हम अपने आप में इस योग्य हैं कि समझे कि स्वयं कुछ कर सकते हैं, पर हमारी योग्यता तो परमेश्वर की ओर से है” (2 कुरिन्थियों 3:5)।

जब वे विश्राम के लिए अपने देश में आते हैं, तो उन्हें इस बात में अत्यधिक आनन्द प्राप्त होता है कि वे कलीसियाओं से कह सकते हैं कि, “अन्यजातियों को आज्ञाकारिता में लाने के लिए ख्रीष्ट ने मेरे माध्यम से जो कुछ किया है, उसके अलावा मैं किसी भी विषय के बारे में बात करने का जोखिम नहीं उठाऊँगा।” (रोमियों 15:18)।“परमेश्वर के लिए सब कुछ सम्भव है” — ये शब्द एक ओर तो आशा देते हैं और दूसरी ओर नम्रता प्रदान करते हैं। वे निराशा  के लिए प्रतिकारक (antidote) तथा घमण्ड  के लिए भी प्रतिकारक हैं — अर्थात् ये शब्द सुसमाचार प्रचार-प्रसारकर्ता के लिए सिद्ध औषधि हैं।

यदि आप इस प्रकार के और भी संसाधन पाना चाहते हैं तो अभी सब्सक्राइब करें

"*" आवश्यक फ़ील्ड इंगित करता है

पूरा नाम*