यीशु क्रूस पर क्यों मरा?

प्रत्येक वर्ष हम शुभ-शुक्रवार को विभिन्न प्रकार से मनाते हैं और स्मरण करते हैं। कुछ लोग चालीस दिन का उपवास रखते हैं, जुलुस निकालते हैं। कलीसियाओं में नाटक करने के द्वारा स्मरण करते हैं। किन्तु प्रश्न यह कि क्या हम इस बात विचार करते हैं कि क्यों यीशु ख्रीष्ट क्रूस पर क्यों मरा? आइए हम 3 कारण जानें कि यीशु क्यों क्रूस पर मरा –

1. परमेश्वर के न्याय को सन्तुष्ट के लिए

यीशु ख्रीष्ट ने परमेश्वर के न्याय और प्रकोप को सन्तुष्ट किया। परमेश्वर न्यायी परमेश्वर है, जो पाप को अनदेखा नहीं कर सकता है। पौलुस रोमियों में कहता है “क्योंकि पाप की मज़दूरी तो मृत्यु है” (रोमियों 6:23)। जिससे हम स्वयं नहीं बच सकते हैं। इसलिए क्रूस पर यीशु ने अपनी मृत्यु के द्वारा परमेश्वर के न्याय को और उसके प्रत्येक माँगों को पूरा किया। उसने परमेश्वर के भयंकर प्रकोप को हमारे लिए सहा, अब हम यीशु ख्रीष्ट के कारण परमेश्वर के प्रकोप से अधीन नहीं है (रोमियों 5:9)।

2. परमेश्वर के प्रेम को प्रदर्शित करने के लिए

यीशु का बलिदान हमारे लिए परमेश्वर के सिद्ध प्रेम को प्रदर्शित करता है। पौलुस कहता है कि “परमेश्वर हम पर अपना प्रेम इस रीति से प्रगट करता है कि जब हम पापी ही थे तभी ख्रीष्ट हमारे लिये मरा” (रोमियों 5:8)। यूहन्ना वर्णन करता है कि क्योंकि परमेश्वर ने जगत ऐसा प्रेम किया कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया (यूहन्ना 3:16)। यीशु के बलिदान में परमेश्वर का महान प्रेम है। जिसे उसने मनुष्य के प्रति प्रकट किया।

3 हमारे पापों की क्षमा और मेल-मिलाप के लिए

यीशु ने क्रूस पर अपने बलिदान के द्वारा लोगों को क्षमा किया और परमेश्वर के साथ मेल मिलाप करवाया। तो हमें क्या करना है, हमें अपने पापों, अपराधों को मान लेना है और यीशु पर विश्वास करना है। वचन में लिखा है, “यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है” (1 यूहन्ना 1:9)।

अन्त में, यदि हम यह विश्वास करते हैं कि यीशु हमारे पापों की क्षमा लिए मरा गया। परमेश्वर की प्रत्येक माँग को पूरा किया। उस क्रूस पर अपने बलिदान के द्वारा परमेश्वर के न्याय को सन्तुष्ट कर दिया। जिसके द्वारा हमारा उद्धार और मेल मिलाप हुआ। तो आप सही मार्ग में है, यदि नहीं तो इन सत्यों पर विश्वास कीजिए। अपने पापों के न्याय दण्ड से बचने और पापों की क्षमा हेतु यीशु जीवन और क्रूस पर किए गए बलिदान पर विश्वास कीजिए।

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भास्कर पॉल
भास्कर पॉल

परमेश्वर के वचन का अध्ययन करते हैं और मार्ग सत्य जीवन के साथ सेवा करते हैं।

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