
परमेश्वर के वचन का अध्ययन करते हैं और मार्ग सत्य जीवन के साथ सेवा करते हैं।


वो मरके जी उठा है

एकमात्र यीशु के द्वारा ही हम स्वर्ग जा सकते हैं।

दूसरी वाणी- “मैं तुझसे सच कहता हूं, कि आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होगा!”

कलीसियाई आराधना में किन बातों का होना आवश्यक है?

हम अपने स्थानीय कलीसिया में कैसे योगदान दे सकते हैं?

ख्रीष्ट-जन्मोत्सव (क्रिसमस) किसके विषय में नहीं है?

क्यों परमेश्वर पुत्र को ही देहधारी होना पड़ा?

क्या हम आलसी तो नहीं हैं?

ख्रीष्टीय जवान कैसे स्वयं को पवित्र रख सकते हैं?

किसको सुसमाचार प्रचार का कार्य करना चाहिए?
