
परमेश्वर के वचन का अध्ययन करते हैं और मार्ग सत्य जीवन के साथ सेवा करते हैं।


अनुभव नहीं, परन्तु ख्रीष्ट के ज्ञान की श्रेष्ठता को समझिए।

शिष्योन्नति करने का अर्थ।

अश्लील चित्र व चलचित्रों को देखना पाप है।

एकमात्र सत्य मार्ग जो जीवन की ओर ले जाता है।

दूसरों को क्षमा करना।

परमेश्वर ही एकमात्र बुद्धि का स्रोत है।

कष्टों के मध्य में भी परमेश्वर सम्प्रभु है।

ईश्वरविज्ञान की खरी शिक्षा ही ख्रीष्टीय एकता का आधार है।

एक विश्वासी परमेश्वर पिता की लेपालक सन्तान है।

“सुसमाचार प्रचार” क्या है?

कलीसिया क्या नहीं है और क्या है?
परमेश्वर हमारा सच्चा चरवाहा है, इसलिए उस पर भरोसा रखो।

परमेश्वर क्यों हम पर कोविड-19 जैसी महामारी को आने देता है?

शान्त मनन क्या है?





