मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूँ। इधर-उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूँ। मैं तुझे दृढ़ करूँगा और निश्चय ही तेरी सहायता करूँगा, और अपने धर्ममय दाहिने हाथ से तुझे सम्भाले रहूँगा। (यशायाह 41:10)
जब मैं किसी जोखिम भरे नए कार्य या सभा के विषय में चिन्तित होता हूँ, तो मैं अपनी बहुधा उपयोग की जाने वाली प्रतिज्ञाओं में से एक को लेकर अविश्वास से लड़ता हूँ: यशायाह 41:10।
जिस दिन मैंने जर्मनी में तीन वर्ष तक अध्ययन करने के लिए प्रस्थान किया, मेरे पिता ने मुझे बहुत दूर न्यूयॉर्क से फोन पर यह वचन दिया। और उन तीन वर्ष के समयकाल में, मैंने स्वयं के लिए इसे सैकड़ों बार अत्यधिक तनाव भरे समयों में उद्धरित किया।
जब मेरा मस्तिष्क शान्त होता है, तो मानो यशायाह 41:10 की ध्वनि उसमें पीछे गूँजती रहती है। मैं इस पद से प्रेम करता हूँ।
निश्चय ही, मेरे विश्वास के शस्त्रागार में यह एकमात्र खंजर नहीं है।
जब मैं अपनी सेवा के व्यर्थ और निष्फल होने के विषय में चिन्तित होता हूँ, मैं यशायाह 55:11 की प्रतिज्ञा के साथ अविश्वास से लड़ता हूँ, “उसी प्रकार मेरे मुँह से निकलने वाला वचन होगा। वह व्यर्थ ठहर कर मेरे पास न लौटेगा, वरन् मेरी इच्छा पूरी करेगा और जिस काम के लिए मैंने उसको भेजा है उसे पूरा करके ही लौटेगा।”
जब मैं चिन्तित होता हूँ कि अपने कार्य को करने के लिए अत्यन्त निर्बल हूँ, तो मैं ख्रीष्ट की प्रतिज्ञा के साथ अविश्वास से लड़ता हूँ, “मेरा अनुग्रह तेरे लिए पर्याप्त है, क्योंकि मेरा सामर्थ्य निर्बलता में सिद्ध होता है” (2 कुरिन्थियों 12:9)।
जब मैं उन निर्णयों के विषय में चिन्तित होता हूँ जो निर्णय मुझे भविष्य के सम्बन्ध में लेना है, तो मैं इस प्रतिज्ञा के साथ अविश्वास से लड़ता हूँ, “मैं तुझे बुद्धि दूँगा और जिस मार्ग पर तुझे चलना है उसमें तेरी अगुवाई करूँगा, मैं अपनी दृष्टि तुझ पर लगाए रखकर तुझे सम्मति दूँगा” (भजन 32:8)।
जब मैं विरोधियों का सामना करने के विषय में चिन्तित होता हूँ, तो मैं इस प्रतिज्ञा के साथ अविश्वास से लड़ता हूँ, “यदि परमेश्वर हमारे पक्ष में है, तो कौन हमारे विरुद्ध है?” (रोमियों 8:31)।
जब मैं अपने प्रियजनों की देखभाल के विषय में चिन्तित होता हूँ, मैं इस प्रतिज्ञा के साथ अविश्वास से लड़ता हूँ, कि यदि मैं बुरा होकर, अपने बच्चों को भली वस्तुएँ देना जानता हूँ, “तो तुम्हारा पिता जो स्वर्ग में है अपने माँगने वालों को अच्छी वस्तुएँ और अधिक क्यों न देगा?” (मत्ती 7:11)।
इसलिए, अवश्य ही बाइबल की प्रत्येक प्रतिज्ञा को धारण करके अविश्वास से लड़ें। क्योंकि एक मुख्य, पूर्वनिर्धारित शस्त्र रखना सहायक प्रमाणित होता है। और मेरे लिए ऐसा यशायाह 41:10 रहा है, “मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूँ। इधर-उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूँ। मैं तुझे दृढ़ करूँगा और निश्चय ही तेरी सहायता करूँगा, और अपने धर्ममय दाहिने हाथ से तुझे सम्भाले रहूँगा।” बहुमूल्य, अत्यन्त बहुमूल्य है यह प्रतिज्ञा!