
दूसरों की सेवा करने में हमारी सेवा होती है
जब यीशु ने कुछ रोटी और कुछ मछली से पाँच हज़ार तथा चार हज़ार लोगों को…

जब यीशु ने कुछ रोटी और कुछ मछली से पाँच हज़ार तथा चार हज़ार लोगों को…

परमेश्वर का पुत्र जितना मध्यस्थ है उससे अधिक उसे मध्यस्थकर्ता न बनाएँ। यीशु कहता है, “मैं…

जब यीशु लौदीकिया की कलीसिया से यह कहता है तो उसका अर्थ क्या होता है? यीशु…

“फिर भी इस बात पर आनन्दित मत होओ कि आत्माएँ तुम्हारे वश में हैं, परन्तु इस…

आशा के महान शत्रुओं में से एक है, परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं को भूलना । स्मरण दिलाना…

इफिसियों 6:7-8 से अपने कार्य के सम्बन्ध में इन पाँच बातों पर ध्यान दीजिए। 1) सम्पूर्णता…

यहाँ याकूब घमण्ड और धृष्टता के विषय में बात कर रहा है कि वे कैसे सूक्ष्म…

आपको यह जानने के लिए क्या करना होगा कि आपके पाप ख्रीष्ट के लहू के द्वारा…

शोक और पीड़ा और निराशा में, लोग प्राय: ऐसी बातें कह देते हैं जिनको वे अन्यथा…

हृदय परिवर्तन में परमेश्वर का निर्णायक कार्य यह है कि उसने “हमें मसीह के साथ जीवित”…

मानव मन की सबसे अनूठी क्षमताओं में से एक यह है कि वह अपने द्वारा चुनी…

जब यीशु लाज़र को मरे हुए में से जी उठने के लिए आज्ञा देता है, तो…