
जॉन पाइपर द्वारा भक्तिमय अध्ययन
संस्थापक और शिक्षक, desiringGod.org
यहाँ दस अद्भुत बातें हैं जिनके लिए हम यीशु के पुनरुत्थान के ऋणी हैं:
1) एक ऐसा उद्धारकर्ता जो फिर कभी मर नहीं सकता है। “यह जानते हुए कि ख्रीष्ट मृतकों में से जिलाया जाकर फिर कभी नहीं मर सकता है ” (रोमियों 6:9)।
2) पश्चात्ताप । “हमारे पूर्वजों के परमेश्वर ने उस यीशु को जिला उठाया जिसे तुमने क्रूस पर लटका कर मार डाला था। उसी को परमेश्वर ने अपने दाहिने हाथ पर अति महान करके प्रभु और उद्धारकर्ता ठहराया कि इस्राएल को पश्चात्ताप प्रदान करे ” (प्रेरितों के काम 5:30-31)।
3) नया जन्म । “जिसने यीशु ख्रीष्ट के मृतकों में से जिला उठने के द्वारा, अपनी अपार दया के अनुसार, एक जीवित आशा के लिए हमें नया जन्म दिया ” (1 पतरस 1:3)।
4) पाप की क्षमा। “यदि ख्रीष्ट नहीं जिलाया गया है तो तुम्हारा विश्वास व्यर्थ है। तुम अब तक अपने पाप में पड़े हो ” (1 कुरिन्थियों 15:17)।
5) पवित्र आत्मा । “इसी यीशु को परमेश्वर ने जीवित किया जिसके हम सब साक्षी हैं। इसलिए परमेश्वर के दाहिने हाथ पर सर्वोच्च पद पाकर और पिता से पवित्र आत्मा की प्रतिज्ञा प्राप्त करके, उसने इसे उण्डेल दिया जिसे तुम देखते और सुनते भी हो ” (प्रेरितों के काम 2:32-33)।
6) चुने हुओं के लिए कोई दण्डाज्ञा नहीं । “वह कौन है जो दोष लगाएगा ? ख्रीष्ट यीशु ही है जो मरा, हाँ, वरन् वह मृतकों में से जिलाया गया, जो परमेश्वर के दाहिनी ओर है, और हमारे लिए निवेदन भी करता है” (रोमियों 8:34)।
7) यीशु की व्यक्तिगत संगति और सुरक्षा । “मैं युग के अन्त तक तुम्हारे साथ हूँ ” (मत्ती 28:20)।
8) आने वाले न्याय का प्रमाण । “[परमेश्वर ने] एक दिन निश्चित किया है जिसमें, एक मनुष्य के द्वारा जिसको उसने नियुक्त किया है, वह धार्मिकता से संसार का न्याय करेगा; और उसने मृतकों में से उसे जिलाकर इस बात को सब मनुष्यों पर प्रमाणित किया है ” (प्रेरितों के काम 17:31)।
9) परमेश्वर के भविष्य के प्रकोप से उद्धार । “[हम] स्वर्ग से उसके पुत्र अर्थात् यीशु के आगमन की प्रतीक्षा करें, जिसे उसने मृतकों में से जिला उठाया, और जो हमें आने वाले प्रकोप से बचाता है ” (1 थिस्सलुनीकियों 1:10; रोमियों 5:9)।
10) मृतकों में से हमारा स्वयं का पुनरुत्थान । “[हम] यह जानते हैं कि जिसने प्रभु यीशु को जिलाया, वही हमें भी यीशु के साथ जिलाएगा, और हमें भी तुम्हारे साथ अपने सम्मुख उपस्थित करेगा” (2 कुरिन्थियों 4:14; रोमियों 6:4; 8:11; 1 कुरिन्थियों 6:14; 15:20)।