यीशु हमारे सारे शत्रुओं को कुचल देगा
जॉन पाइपर द्वारा भक्तिमय अध्ययन

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संस्थापक और शिक्षक, desiringGod.org

इसके पश्चात् अन्त होगा। उस समय वह समस्त शासन, अधिकार और सामर्थ्य का अन्त करके राज्य को परमेश्वर पिता के हाथ में सौंप देगा। (1 कुरिन्थियों 15:24)

ख्रीष्ट का शासन कहाँ तक फैला हुआ है? 

अगला पद, 1 कुरिन्थियों 15:25 कहता है, “जब तक वह अपने सब  शत्रुओं को पैरों तले न कर ले, उसका राज्य करना अनिवार्य है।” शासन कहाँ तक फैला है इसे बारे में सब  शब्द बताता है।

उसी प्रकार पद 24 में समस्त  शब्द बताता है: “इसके पश्चात् अन्त होगा। उस समय वह समस्त  शासन, अधिकार और सामर्थ्य का अन्त करके राज्य को परमेश्वर पिता के हाथ में सौंप देगा।”

ऐसा कोई रोग नहीं है, कोई लत नहीं है, कोई बुरी आदत नहीं है, कोई दोष नहीं है, कोई अवगुण नहीं है, कोई दुर्बलता नहीं है, कोई झुंझलाहट नहीं, कोई चिड़चिड़ापन नहीं है, कोई घमण्ड नहीं है, कोई आत्मतरस नहीं है, कोई झगड़ा नहीं है, कोई ईर्ष्या नहीं है, कोई विकृति नहीं है, कोई लालच नहीं है, कोई आलस्य नहीं है जिसे ख्रीष्ट अपने सम्मान के शत्रु के रूप में पराजित न कर सके।

और उस प्रतिज्ञा में उत्साहित करने वाली बात यह है कि जब आप अपने विश्वास और पवित्रता के शत्रुओं से युद्ध करने के लिए तैयार होंगे, तो आप अकेले युद्ध नहीं करेंगे। 

यीशु ख्रीष्ट अभी, इस युग में अपने सारे शत्रुओं को अपने पैरों तले कर रहा है। समस्त शासन, समस्त अधिकार और समस्त सामर्थ्य पर विजय प्राप्त होगी।

इसलिए, स्मरण रखें कि ख्रीष्ट के शासन की सीमा आपके जीवन में और इस संसार में उसकी महिमा के सबसे छोटे और सबसे बड़े शत्रु तक विस्तृत है। यह शत्रु पराजित होगा।

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