
“हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया?” (मत्ती 27:46)
क्रूस पर यह यीशु की चौथी वाणी है। किसी भीषण परिस्थिति मे त्यागे जाने का अनुभव…

क्रूस पर यह यीशु की चौथी वाणी है। किसी भीषण परिस्थिति मे त्यागे जाने का अनुभव…

क्रूस पर यह यीशु की तीसरी वाणी है। क्रूस पर यीशु अपनी पीड़ा और कष्ट के…

यह क्रूस पर यीशु की दूसरी वाणी है। यीशु के साथ और दो अपराधी भी क्रूस…

क्रूस पर यह यीशु की पहली वाणी है, जहाँ वह अपने पिता से प्रार्थना कर रहा…

ऑडियो प्रतिलिपि कुन्दन नाम के एक श्रोता ने एक प्रश्न पूछा है: “पास्टर जॉन, मैं कुछ…

चाहे आप कई वर्षों से विश्वासी हों या नये विश्वासी हों, हम सब के लिए एक…

सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और शिक्षा, ताड़ना, सुधार और धार्मिकता की…

“आज मैं जिन वचनों की आज्ञा तुझे दे रहा हूँ वे तेरे मन में बनी रहें।…

“तेरा वचन मेरे पाँव के लिए दीपक, और मेरे मार्ग के लिए उजियाला है।” (भजन संहिता…

ख्रीष्ट के वचन को अपने हृदय में बहुतायत से बसने दो…(कुलुस्सियों 3:16) हम जिस संसार में…

“सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और शिक्षा, ताड़ना, सुधार, और धार्मिकता की…

जैसे हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के लिए सही भोजन की आवश्यकता होती है वैसे ही…